बुधवार, 13 दिसंबर 2017

विराट नगर

 यह स्थल जयपुर के पास है, यहाँ से श्री दयाराम शास्त्री के नेतृत्व में हुए उत्खनन में स्लेटी रंग के चित्रित मृणपात्र प्राप्त हुए हैं| मौर्य काल में यह बौद्ध धर्म का प्रमुख केंद्र था| यहाँ से एक शिलालेख प्राप्त हुआ जिसमें अशोक अपना बौद्ध होना स्वीकार करता है|


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