मंगलवार, 14 नवंबर 2023

यूडाइस+ पर फीडिंग की समस्या

पिछले वर्ष से कक्षा 1 से 12 के छात्र छात्राओं का रिकॉर्ड यूडाइस+ पर फीड किया जा रहा है। चूंकि पिछले वर्ष सभी बच्चों को नये सिरे से फीड करना था अतः कोई समस्या नहीं हुई। परन्तु इस वर्ष आप बच्चों की फीडिंग दो तरह से कर सकते हैं। प्रथम जिन बच्चों को सत्र 2022-23 में फीड किया था उन्हें अपग्रेड करके। दूसरे जो छात्र बाहर से आये हैं उनका पेन pen यानी परमानेंट एजूकेशन नम्बर सर्च करके उन्हें अन्य विद्यालय से इम्पोर्ट करके। पेन को आधार व जन्मतिथि की सहायता से सर्च करने की व्यवस्था साइट पर है।
सिद्धान्ततः कोई त्रुटि नहीं है किन्तु व्यवहार में बड़ी कठिनाई है।   
जो बच्चे कहीं नहीं पढ़े हों कक्षा 1 में उन्हें सीधे फीड कर सकते हैं अन्य कक्षाओं में इम्पोर्ट करना ही पड़ेगा।
मेरी और मेरे जैसे कई लोगों की समस्या यह है कि जो बच्चे 2021-22 या उससे पूर्व के वर्षो में कक्षा 5 उत्तीर्ण हुए या उनकी उम्र अधिक हो जाने पर भी उन्होंने निचली कक्षा में कहीं प्रवेश नहीं लिया उनको साइट पर कैसे फीड किया जाए। कोरोना के चलते तमाम बच्चे प्रवेश से वंचित रहे या स्वयं को विद्यालय में प्रवेश के लिए तैयार नहीं कर पाए। कुछ ऐसे भी विद्यालय हैं जिन्होंने फीडिंग की नहीं या लापरवाही से की ऐसे बच्चों की फीडिंग कैसे होगी। 
तमाम लोग यहां शिक्षा विभाग से जुड़े हुए हैं कृपया अपनी सम्मति प्रदान करने का कष्ट करें।

शुक्रवार, 3 नवंबर 2023

शक्ति कहाॅं विज्ञान में?

भॅंवरे ने क्या फूॅंक दिया है? मन्त्र कली के कान में।
खिल खिल करके खुशबू अर्पित, कर दी जग को दान में।
अधर खोल कुसुमावलि हॅंस दी, जीवन जगा विहान में।
नैसर्गिक सम्बन्ध समझ लें, शक्ति कहाॅं विज्ञान में?
चमक दमक जयघोष कर रहे, पवनों के सम्मान में।
धरती को श्रृंगारित करते, प्राण डालते धान में।
आलिंगन कर गिरिश्रृंगों को, मेघ जुटे जल-दान में।
नैसर्गिक सम्बन्ध समझ लें, शक्ति कहाॅं विज्ञान में?
गोले ने जादू दिखलाया, चढ़कर अरुण विमान में।
कण-कण में जीवन लहराया, हलचल गगन वितान में।
खगकुल ने जयगान सुनाया, सूर्य देव की शान में।
नैसर्गिक सम्बन्ध समझ लें, शक्ति कहाॅं विज्ञान में?

बुधवार, 25 अक्तूबर 2023

हमहु खाली खपड़ी की खुजली मिटायेन

जो मूडे मा आवा तौ मजमा लगायेन।
हमहु खाली खपड़ी की खुजली मिटायेन।।
मदन्नू, महतिया, महेन्दर, मुरारी,
सबै गाॅंठै बातें हवा की सवारी।
न गन्ना न गेंहूॅं न मोहरा दुआरी,
न गैया न गोरू बनाई बिगारी।
मगर इनके मुॅंह ज्ञान अद्भुत पिटारा,
बिखेरै की खातिर इनका बुलायेन।।
हमहु खाली खपड़ी की खुजली मिटायेन।।
रहै मद्दा ठगउरि न जाने थी पब्लिक,
रहै खाइ का कम खुशी पै चतुर्दिक।
मदन्नू बताइनि कमर मा गई चिक,
जो उल्टा था जन्मा लगाएसि जरा किक।
रहै बात अद्भुत समुझि माॅं न आवै,
बिना डाॅक्टर औ' दवा दौड़ि पायेन।।
हमहु खाली खपड़ी की खुजली मिटायेन।।
महतिया बनाएनि महत्तम जतन ते,
जिला राजधानी सबै नापि तन ते।
न लेना न देना बड़े अफसर न ते।
बड़े बरगदन का उखारिनि जरन ते।
जो पूछेन सचाई बताइनि महतिया,
कि थोड़ा जलेन हम औ ज्यादा जलायेन।।
हमहु खाली खपड़ी की खुजली मिटायेन।।
महेन्दर न समझैं पढ़ाई-लिखाई,
कहैं लरिकिनी सीखि जातीं ढिठाई।
जै कॉलेज के लरिका जुगाड़ैं भिड़ाई,
तकैं नौकरी कामु अपनो बिहाई।
निजी सभ्यता संस्कृति को भुलाये,
जुआ, दारू-सिगरेट में सबकुछ उड़ायेन।।
हमहु खाली खपड़ी की खुजली मिटायेन।।
मुरारी बड़ी चिन्त करते सबन की,
दिशा मोड़ सकते गगन के पवन की।
रखें जानकारी खगन के परन की,
इन्हैं युक्ति आवै समस्या हरन की।
मगर सिलि न पावैं अपनी फटी का,
पड़ोसी के कुत्ता से खुद का कटायेन।।
हमहु खाली खपड़ी की खुजली मिटायेन।।

सोमवार, 23 अक्तूबर 2023

बेचारी जनता

19/05/2018

जब जब चीजें हल्के में ले ली जायेंगी।

सड़ी चादरें जोड़ तोड़ से सीं जायेंगी।

रिश्वत वाले पेट नगाड़ा हो जायेंगे।

जिम्मेदार तानकर चादर सो जायेंगे।

तब तब बिल्डिंग या फिर पुल को गिरना होगा।

बेचारी जनता को पिसना मरना होगा।।


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हमारीवाणी

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