जयपुर
व अजमेर के मध्य एक नगर जिसकी स्थापना 1575 ईस्वी में जोधपुर के राजा उदयसिंह के
पुत्र किशनसिंह ने की थी| यह अपनी चित्रकला की विशिष्ट शैली के लिए प्रसिद्ध है|
जिसका प्रारम्भ किशनसिंह के पुत्र सहसमल के समय से माना जाता है| महाराज सावंतसिंह
के समय में बना निहालचन्द का बनी-ठनी चित्र अत्यंत प्रसिद्ध है| कहा जाता है कि
बनीठनी सावंतसिंह की प्रेयसी थी|
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