कावेरीपट्टनम एक ऐतिहासिक शहर है| सर्वप्रथम इस नगर का वर्णन तमिल आख्यानिकाओं "मणिमेखलै" एवं "शिल्लपदिकारम" में प्राप्त होता है| "शिल्लपदिकारम" का रचयिता इलैगोआदिगल यहीं का निवासी था| टोलेमी ने यहाँ एक बन्दरगाह का उल्लेख किया था| पल्लव नरेशों के शासन काल में यहाँ से मध्य रोम तक व्यापार होता था| प्राचीन काल में इसे एक अन्य नाम "पुहार" से भी जाना गया| चोल शासक करिकाल को इस नगर की स्थापना का श्रेय प्राप्त है| यह चोल शासकों की राजधानी भी रही है|
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