यह
नगर उत्तर प्रदेश में गोमती नदी के किनारे स्थित है इसकी स्थापना सुल्तान फिरोजशाह
तुगलक ने अपने भाई जूना खां (मुहम्मद बिन तुगलक) की याद में की थी| जब तैमूर ने
हिन्दुस्तान पर आक्रमण किया तब उस समय ख्वाजा जहाँ ने दिल्ली से अपना नाता तोड़कर
स्वतंत्र जौनपुर राज्य की नींव डाली| उसने मलिक-उस-शर्क की उपाधि धारण की| मलिक
सरवर ने यहाँ शर्की वंश की नींव डाली| शर्की वंश का प्रमुख, योग्य व प्रसिद्ध शासक
इब्राहिम शर्की था| उसके काल में जौनपुर ने कला एवं साहित्य के क्षेत्र में बहुत
उन्नति की अतः इसे ‘शिराजे-हिन्द’ कहा गया| इस युग में वास्तुकला की विशिष्ट शैली
विकसित हुई जिसका शानदार नमूना 1408 में बनी ‘अटाला मस्जिद’ व ‘झंझरी मस्जिद’ है|
इसे पूर्व का शिराज भी खा जाता है|
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