कोटा
शहर राजस्थान में चम्बल नदी के किनारे स्थित है वर्तमान में अपने कोचिंग
इंस्टीट्यूट्स के कारण जाना जाता है| किसी समय अकेलगढ़ के नाम से जाना जाता था| यह
नगर 1274 से 1624 तक करीब साढ़े तीन सौ वर्षों तक हाड़ा शासकों के अधीन रहा| 1624
में बूँदी के शासक रावरतन के पुत्र माधोसिंह को कोटा का पहला राजा बनाया गया| 1631
में मुगल सम्राट शाहजहाँ के द्वारा एक शाही फरमान जारी करके इसे अलग राज्य की
मान्यता प्रदान कर दी| राव दुर्जन के शासनकाल में यहाँ मराठों ने अपना सिक्का
जमाया| मराठों से छुटकारा पाने के लिए 1817 में कोटा के महाराज उम्मेद सिंह ने
अंग्रेजों से संधि कर ली| अंग्रेजों से संधि करने वाला राजस्थान का प्रथम राज्य
था|
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