यह
स्थल केरल के मालाबार तट पर है| 27 मई 1498 को पुर्तगाली नाविक वास्कोडिगामा
समुद्री मार्ग से इस स्थान पर पहुँचा| जहाँ हिन्दू शासक जमोरिन ने उसका स्वागत
किया| 1790 में यह अंग्रेजों के अधिकार में आया|
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