लखनौती
से 20 मील दूर यह स्थान अलाउद्दीन अलीशाह के समय में बंगाल की राजधानी था| 1360
में सिकन्दर शाह के काल में बनी ‘अदीना
मस्जिद’ के भग्नावशेष यहाँ अभी मौजूद हैं| इसमें सिकन्दरशाह की कब्र भी है इसमें
400 गुम्बद हैं| इस मस्जिद में हिन्दू वास्तुकला का प्रभाव देखा जा सकता है| पंडुआ
में ही जलालुद्दीन मुहम्मदशाह की भी कब्र है, जिसे इखलाखी मकबरा भी कहा जाता है|
यह स्थल 14वीं शताब्दी में चिश्ती सूफी सिलसिले की गतिविधियों का भी केंद्र रहा
है|
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