बालकों पे अत्याचार करना निषिद्ध है।
प्रेम और पुचकार नीयत के प्रश्न बन्धु,
गोद में उठा के प्यार करना निषिद्ध है।
बठिया नहीं हूँ बन्धु मेरे दिल दिमाग है,
होके उदासीन पार करना निषिद्ध है।
आज के समाज की है दशा ही विचित्र मित्र,
शंकाहीन व्यवहार करना निषिद्ध है।
बहुत सही।
जवाब देंहटाएंहार्दिक आभार बड़े भाई।
हटाएंजी नमस्ते ,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा शनिवार (२५-०७-२०२०) को 'सारे प्रश्न छलमय' (चर्चा अंक-३७७३) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है
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अनीता सैनी
धन्यवाद बहन।
हटाएंबहुत बढ़िया
जवाब देंहटाएंधन्यवाद बन्धु
हटाएंबहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंहार्दिक आभार बहन।
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