शनिवार, 5 जुलाई 2014

फेरीवाले

2/4/1993

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फेरीवाले, फेरीवाले, फेरीवाले|

फेरीवाले, फेरीवाले, फेरीवाले|

नंगे पांवों दौड़े आते,

सरदी गरमी या बरसातें,

नये शहर में, नये गाँव में,

बीच धूप में, याकि छाँव में,

बिखराकर अपनी दुकान को,

किये उपेक्षित निज थकान को,

द्वारे द्वारे टेर लगाते,

स्वयं उठा जन कष्ट बचाते|

चिकनी चुपड़ी बातें करते फेरीवाले|

फेरीवाले, फेरीवाले, फेरीवाले|

फेरीवाले, फेरीवाले, फेरीवाले|

फल सब्जी या चूरन चटनी,

सज्जा साधन ले लो सजनी,

कपड़े बर्तन मिर्च मशाला,

बेच्र रहे हैं गड़बड़झाला,

बच्चे खायें चाट पकौड़ी,

बहना आयें दौड़ी दौड़ी,

टूटे फूटे बदलो आकर,

नये नये सामान सजाकर,

चिल्लाते हैं द्वारे द्वारे फेरीवाले|

फेरीवाले, फेरीवाले, फेरीवाले|

फेरीवाले, फेरीवाले, फेरीवाले|

जहाँ खड़े हैं वहीं हाट है

पहचाना हर एक बाट है|

लाल हुआ मुँह चुए पसीना,

धकधक धकधक चलता सीना,

किन्तु नहीं है निकट विकलता,

पूँजी है व्यवहार कुशलता,

थके कदम पर तेज चाल है|

श्रम की रोटी का कमाल है|

जीवन का अहसास कराते फेरीवाले|

फेरीवाले, फेरीवाले, फेरीवाले|

फेरीवाले, फेरीवाले, फेरीवाले|

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