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शनिवार, 7 मई 2022

अखबार पढ़ूँ

क्यों प्रतिदिन अखबार पढ़ूँ मैं।
वही खबर हर बार पढ़ूँ मैं।।1।।
रोज कहानी वही पुरानी।
बदल रहे किरदार पढ़ूँ मैं।।2।।
चंदो भागी चंदा लटका।
धर्मों की तकरार पढ़ूँ मैं।।3।।
भारी वाहन टूटी सड़कें,
ट्रैफिक है बेजार पढ़ूँ मैं।।4।।
अस्पताल कानून पुलिस या,
शासन है बीमार पढ़ूँ मैं।।5।।
बैंक घोटाले रिश्वतखोरी,
नर नारी व्यभिचार पढ़ूँ मैं।।6।।
मँहगाई के अट्टहास पर,
अभिजन-अत्याचार पढ़ूँ मैं।।7।।
बिजली, पानी, खाद, गैस पर, 
जब तब हाहाकार पढ़ूँ मैं।।8।।










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