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शनिवार, 5 अक्टूबर 2013

चाची जी से सीख लिया

जब वह घर आते हैं तो बच्चों के लिए जशन का माहौल होता है वजह ये कि वह आये हैं तो उनके खाने पीने खेलने आदि का कुछ सामान भी लाये होंगे।
पिछली बार जब वह घर आये थे बच्चों के लिए कपड़े और मिठाइयों के साथ ढेर सारे खिलौने भी लाये थे। आज भी उनके घर आने की खबर सुनकर बच्चे सुबह से ही उनके इंतजार में पलक पांवड़े बिछाए बैठे थे, जैसे ही टैक्सी दरवाजे पर रुकी बच्चों ने लपककर उनका सूटकेश अपने छोटे छोटे हाथों से संभाला और घसीट कर उसे ड्राइंग रूम तक ले गये लेकिन यह क्या सूटकेश में ताला लगा हुआ था। पहले तो ऐसा कभी नहीं हुआ। सब बच्चे धीरे धीरे वहाँ से खिसक लिए। किन्तु नन्हीं सी टीना ने पूंछ ही लिया चाचा जी सूटकेश में ताला डालना क्या नई नई चाची जी से सीख लिया।

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