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सोमवार, 20 जुलाई 2020

एक और लॉक डाउन

10 दिन का लॉक डाउन और शुरू। इस बार कोरोना हरदोई जिले से गायब। आशावाद बहुत बड़ी चीज है इसी आशावाद के सहारे भारत में आजतक हंसों से लेकर उल्लुओं तक की सरकारें देश की जनता ने बनवायीं हैं। इसी आशावाद के सहारे हमने ताली व थाली बजाई, दिए जलाये, जनता ने लॉक डाउन की महीनों की तकलीफ झेली। मगर कोरोना हनुमान जी की पूँछ हो रहा है। खैर कुछ व्यापारी नेताओं को शायद अपने रिज्यूमे में इस बात की कमी लग रही थी कि कोरोना की रोकथाम में उनका घोषित योगदान क्या है? सो कर डाली डिमांड कि साहब हमारी भी ले लो सहायता। घोषित कर दो दस दिन का लॉक डाउन। अब कोई दुकानदार पिछवाड़े से सामान नहीं बेचेगा। कोई दुकान के बाहर शटर गिराकर नहीं बैठेगा और न ही दायें बायें देखकर बचते बचाते सामान बेचेगा। कोई कह रहा था कि व्यापारी नेताओं में अधिकांश का खुद का तो कोई कारोबार है नहीं लॉक डाउन करवा के गरीब दुकानदार को परेशान कर दिया। अरे भाई यह बात तो व्यापारियों को अपना नेता चुनते समय सोंचनी चाहिए थी। अब तुम्हें क्या पता था कोरोना आएगा और दुनिया की तस्वीर बदलकर जाएगा। खैर जो है सो झेलो। 

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