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शुक्रवार, 3 नवंबर 2023

शक्ति कहाॅं विज्ञान में?

भॅंवरे ने क्या फूॅंक दिया है? मन्त्र कली के कान में।
खिल खिल करके खुशबू अर्पित, कर दी जग को दान में।
अधर खोल कुसुमावलि हॅंस दी, जीवन जगा विहान में।
नैसर्गिक सम्बन्ध समझ लें, शक्ति कहाॅं विज्ञान में?
चमक दमक जयघोष कर रहे, पवनों के सम्मान में।
धरती को श्रृंगारित करते, प्राण डालते धान में।
आलिंगन कर गिरिश्रृंगों को, मेघ जुटे जल-दान में।
नैसर्गिक सम्बन्ध समझ लें, शक्ति कहाॅं विज्ञान में?
गोले ने जादू दिखलाया, चढ़कर अरुण विमान में।
कण-कण में जीवन लहराया, हलचल गगन वितान में।
खगकुल ने जयगान सुनाया, सूर्य देव की शान में।
नैसर्गिक सम्बन्ध समझ लें, शक्ति कहाॅं विज्ञान में?

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