इस ब्लॉग के अन्य पृष्ठ

कक्षा के अनुसार देखें

रविवार, 18 सितंबर 2022

सम्मान

सम्मान ओढेंगे या बिछायेंगे,
कमरे की दीवार पर सजायेंगे।
खूँटी पर टाँग लेना है या,
हुक्के में भर गुड़गुड़ायेंगे।
बतायें तो सही पाँच हजार में,
कैसा साहित्यिक सम्मान चाहेंगे।
आपके खास आर्डर पर वैसा ही,
सम्मान फैक्ट्री में तैयार करवायेंगे।
आप चाहें तो रेडीमेड भी मिलेगा,
कुछ खर्च भी कम लगेगा
किन्तु शर्त है 
मंच से उतरने के वापस लिया जाएगा,
और दो घंटे बाद 
किसी और को दिया जाएगा।
😀😀😀😀
अपने एक कवि मित्र की सम्मान के लिए डिमांड पर सम्मान सहित अ-कविता
विमल 9198907871

4 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल बुधवार (21-09-2022) को  "मोम के पुतले"   (चर्चा अंक 4559)  पर भी होगी।
    --
    कृपया कुछ लिंकों का अवलोकन करें और सकारात्मक टिप्पणी भी दें।
    --
    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
    --
    डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'  

    जवाब देंहटाएं
  2. ओह! क्या क्या हो रहा है ?
    बहुत ही सार्थक सृजन।

    जवाब देंहटाएं