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सोमवार, 8 जनवरी 2018

गुलबर्गा

वारंगल वंश के काकतीयों ने इस नगर को बसाया था| मुहम्मद बिन तुगलक ने इसका नाम अह्सानाबाद रखा| बहमनी वंश के संस्थापक अलाउद्दीन हसन ने इसे 1347 ईस्वी में बहमनी राज्य की राजधानी बनाया| 1425 ईस्वी तक गुलबर्गा बहमनी राज्य की राजधानी रहा| यहाँ स्थापत्य कला की श्रेष्ठ मिसाल जामा मस्जिद है| जिस पर फारस की वास्तुकला शैली का प्रभाव है| यहाँ फारसी कला से प्रभावित फिरोजशाह बहमनी का सुन्दर मकबरा भी है| अन्य इमारतों में ख्वाजा नवाब की दरगाह, हसन गंगू का मकबरा, महमूद शाह का मकबरा, चाँदबीबी का मकबरा, सिद्धि अम्बर का मकबरा, चार गुम्बद, अफजल खां की मस्जिद और लंगर की मस्जिद आदि हैं|



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